करय चलल महुअक हर हे कोबर घर
करय चलल महुअक हर हे कोबर घर,
माइ हे, खीर खाँड़ नहि खाथि, के भाँग भकोसल |
सासु जे महुअक राँधल से सेराओल,
माइ हे, सरहोजि मुह मध ढार, कि जोग जनाओल
सासु सरहोजि बैसलि घेरि छवि हेरि हेरि,
माइ हे, सुखसं कर परिहास, कि हरसं बेरि बेरि |
भनहि वियापति गाओ़ल, सुख पाओल,
गौरिक पुरल भाग, मिलल वर शंकर ||
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