Sep 16, 2009

पाहुन नंदि भवानी

पाहुन नंदि भवानी |
आज पाहुन नंदि भवानी ||
माइ हे बैसक देलन्हि बघम्बर आनी |
आज पाहुन नंदि भवानी ||
घर नहि सम्पति घृत नहिं गोरस |
पाहुन आनल माइ हे कौन भरोस ||
हर माला लय धरथि ध्यान |
पाहुन जमय माइ हे पहिले साँझ ||

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|| ज़िन्दगी कहती है ज़िन्दगी
से के अगर साथ रहा ज़िन्दगी का
तो साथ रहेगी ज़िन्दगी के ||
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