Sep 25, 2009

भल हर भल हरि भल तुअ कला

भल हर भल हरि भल तुअ कला |
खन पितबसन खनहि बघछाला ||
खन पंचानन खन भुज चारि |
खन संकर खन देव मुरारि ||
खन गोकुल भए चराइअ गाए |
खन भिखि मांगिअ डमरू बजाए ||
खन गोविन्द भए लिअ महादान |
खनहि भसम भारू कांख बोकान ||
भनइ विद्यापति बिपरित बानि |
ओ नारायण ओ सुलपानि ||

|| ज़िन्दगी कहती है ज़िन्दगी
से के अगर साथ रहा ज़िन्दगी का
तो साथ रहेगी ज़िन्दगी के ||
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