मोरा बउरा देखल केहु कतहु जात
मोरा बउरा देखल केहु कतहु जात
बसहा चढ़ल विष-पान खात ||
जाखि निरार मुह चुअइ लार
पथके चलत बौरा विसम्भार ||
बाट जाइते केहु हलब ठेली
आब ओहि बौरे विनु मजे अकेलि ||
हाथ डमरू कर लौआ साथ
जोत जुगुति गिम भरल माथ ||
अरगज चढाय अठहु अंग
सिर सुरसरि जटा बोलइ गंगा ||
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