पंचवदन हर भसमे धवला
पंचवदन हर भसमे धवला |
तीनि नयन एक बरए अनला || ध्रुo ||
धुखें बोलय भवानी |
जगत भिकारी मिलल हमे सामी ||
विषधर भूषण दिग परिधान ||
बिनु वितें ईसर उगना ||
भनइ विद्यापति सुनह भवानी |
हर नहि निरधन जगतक सामी ||
पंचवदन हर भसमे धवला |
तीनि नयन एक बरए अनला || ध्रुo ||
धुखें बोलय भवानी |
जगत भिकारी मिलल हमे सामी ||
विषधर भूषण दिग परिधान ||
बिनु वितें ईसर उगना ||
भनइ विद्यापति सुनह भवानी |
हर नहि निरधन जगतक सामी ||
Posted by Maithil at 11:19 AM
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